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शुक्रवार, 9 नवंबर 2007

मज़ा आ गया खेल में


मज़ा आ गया खेल में
भालू बैठा रेल में
हँस कर बोला अच्छा टाटा
मैं कर आऊँ सैर सपाटा
- स्वप्निल

शुक्रवार, 2 नवंबर 2007

लाला जी और केला


लाला जी ने केला खाया
केला खा के मुँह बिचाकाया
मुँह बिचका कर छडी घुमाई
छडी घुमा कर कदम बढाया
कदम के नीचे छिलका आया
लाला जी गिरे धडाम!
मुँह से निकला -'हाय राम, हाय राम!'