This blog is "Poetry meant for Children" so that children of all age group can pick up their favorite from here. You may also participate. Send poems, written or heard by you on gonujha.jha@gmail.com. poems will be published with your name.
chhutpankikavitayein
गुरुवार, 29 मई 2008
ABC
बचपन कि एक कविता यह भी-
एबीसी कहं गई थी? कुत्ते कि झ्पोअदी में सो गई थी कुत्ते ने काट लिया रो रही थी पापा ने पैसे दिए हंस ताही थी मामी ने तौफी दी, खा रही थी, bhaiyaa ने जीभ दिखाई चिढ रही थी दीदी ने दुलार किया मस्त हो रही थी।
4 टिप्पणियां:
ye to mere chutku ki kavita hai...aap par chori ka ilzaam lag sakta hai......
:) बढ़िया.
मुझे भी याद आ गई.
सच वो भी क्या दिन थे!
कमाल है. ये मेरे पास पड़ा था और मैं इस ब्लॉग से इतना अनजाना था. आज ही सब पढ़ जाऊंगा
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